जांजगीर-चांपा। जिला चिकित्सालय जांजगीर पहुंचे भाजपा कार्यकर्त्ता तो यहां दूसरी शिफ्ट में शाम 7:30 बजे की ओपीडी में सभी 17 डॉक्टर अनुपस्थित थे. सिविल सर्जन कार्यालय में भी कोई जवाब देने वाला नहीं था. मोबाइल से सम्पर्क करने पर सिविल सर्जन डॉ. अनिल जगत जिला चिकित्सालय पहुंचे. उनके पहुंचने पर भाजपा नेताओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपा. उन्होंने सिविल सर्जन से जिला अस्पताल निरीक्षण करने का अनुरोध किया. किसी भी कक्ष में ओपीडी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. भाजपा नेताओं ने आवश्यक कार्रवाई की मांग की है. शाम 7 बजे सिविल सर्जन डॉ. एके जगत ने ड्यूटी से नदारद 17 डाक्टर डॉ. नीतिन जुनेजा, डॉ. शाहबाज खांडा, डॉ. आकाश सिंह राणा, डॉ. यूके मरकाम, डॉ. निकीता खेस, डॉ. निशांत पटेल, डॉ. पुष्पेन्द्र पटेल, डॉ. हरीश पटेल, डॉ. सदानंद जांगड़े, डॉ. योगेश राठौर, डॉ. वसुंधरा कश्यप, डॉ.आरएस सिदार , डॉ. इकबाल यूसेन, डॉ. दीपक साहू , डॉ. संदीप साहू , डॉ. आकाश थवाईत, डॉ. प्राची जांगड़े को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
दो दिनों में मांगा जवाब : नोटिस में कहा गया है कि बिना किसी सूचना एवं अवकाश स्वीकृति के अनुरूप से अनुपस्थिति के कारण अस्पताल की छवि धूमिल हुई है, इनका यह कृत्य सिविल सेवा आचरण नियम के विपरीत है. सिविल सर्जन ने उनसे दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. अन्यथा इस दिन के वेतन कटौती की कार्रवाई की बात कही है. शाम 8 बजे अनुपस्थित चिकित्सकों को नोटिस जारी होने के बाद कार्यकर्ता अस्पताल से वापस लौटे.
प्राइवेट क्लीनिक में प्रैक्टिस : जिला अस्पताल में कई डॉक्टर बिलासपुर से अप डाउन करते हैं और वे सुबह की ओपीडी में देर सबेर पहुंचते हैं जबकि शाम के ओपीडी से आए दिन गायब रहते हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन्हें डेढ से दो लाख रूपए वेतन दिया जाता है लेकिन यह अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित नहीं है. कई डॉक्टर तो ड्यूटी टाइम में अपने निजी क्लीनिक में प्रेक्टिस करते हैं.
इन लोगों ने दिया ज्ञापन : ज्ञापन देने वालों में प्रशांत सिंह ठाकुर , भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र देवांगन , भाजपा जिलामंत्री अभिमन्यु राठौर, किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनुराग तिवारी, भाजयुमो के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राहुल सेन, इंटरनेट मीडिया के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चंद्रकांत रात्रे, जिला मीडिया सहप्रभारी पंकज अग्रवाल, कुलदीप सिंह, अमित बरेठ, जतिन देवांगन व अन्य लोग उपस्थित थे.