CG Urban Body Election : छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनावों के बाद अब इसी साल नवंबर दिसंबर में नगरीय निकाय चुनाव (CG Municipal Elections) भी होने हैं। नियमों में बदलाव के साथ इस बार प्रत्यक्ष रूप से नगर निगम में महापौर और नगर पालिका और नगर पंचायतों में अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार ने इस ओर इशारा किया है।
दरअसल, पांच साल पहले तक जनता ही पार्षदों के साथ मेयर और अध्यक्ष का चुनाव करती थी, लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने इसमें बदलाव कर दिया। उन्होंने जनता से हक लेकर पार्षदों को दे दिया था।
छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले अविभाजित मध्यप्रदेश में 1999 में कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार ने राज्य में महापौर चुनने का अधिकार पार्षदों से छीनकर जनता के हाथ में दिया था। लेकिन 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद दोबारा मेयर व अध्यक्ष चुनने का अधिकार पार्षदों के हाथों में दे दिया था। अब फिर से ये अधिकार जनता के हाथों में आने की चर्चा शुरू हो गई है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में रविवार को दिनभर बैठकों का दौर चला। भाजपा के दिग्गजों ने लोकसभा चुनाव पर मिली जीत, दिसम्बर में प्रस्तावित निकाय चुनाव और संगठन से जुड़े भविष्य के कामों पर मंथन किया। बैठक महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करवाने पर भी चर्चा हुई। अधिकांश नेताओं ने सीधे महापौर का चुनाव करवाने पर जोर दिया।