CG Vidhansabha Monsoon Session : छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र (CG Monsoon Session 2024) सोमवार से शुरू हो रहा है। यह 22 से 26 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र में कुल पांच बैठकें होगी। राज्य सरकार पहले ही दिन इस सत्र के लिए पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे प्रारंभ होगी। सत्र के पहले ही दिन विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने बलौदाबाजार आगजनी प्रकरण मामले में काम रोको प्रस्ताव लाकर साय सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
कांग्रेस की देर शाम हुई विधायक दल की बैठक में लगभग हर दिन अलग-अलग विषयों पर काम रोको प्रस्ताव लाने की रणनीति बनी है। इसके अलावा कांग्रेस कानून व्यवस्था, खाद बीज का संकट, बस्तर में मुठभेड़, रेत के अवैध खनन, आरंग में हुई घटना जैसे मामलों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। लिहाजा मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
जानकारी के मुताबिक अब तक 965 तारांकित व आतारांकित प्रश्न लगाए गए हैं। इसके अलावा 50 से अधिक ध्यानाकर्षण भी लगाए गए हैं। विधायक अजय चंद्राकर, भावना बोहरा कवर्धा के थाना पिपरिया स्थित गांव बिरकोना में एक किसान की हत्या के मामले में गृह मंत्री विजय शर्मा का ध्यान आकर्षित करेंगे। वहीं विधायक हर्षिता बघेल राजनांदगांव में सड़क निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति के बाद निविदा नहीं होने पर लोक निर्माण मंत्री का ध्यान आकृष्ट करेंगे।
पांच दिवसीय सत्र (CG Monsoon Session 2024) में सरकार महत्वपूर्ण संशोधन विधेयक प्रस्तुत कर सकती हैं। साथ ही विपक्ष की ओर से कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है। विधानसभा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार 90 प्रतिशत सवाल आनलाइन पूछे गए हैं। सरकार की ओर से इस मानसून सत्र में बड़ी घोषणा की उम्मीद की जा रही है। नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर रसोई गैस सब्सिडी को लेकर भी निर्णय लिया जा सकता है।
गूंजेगा वनभूमि पट्टा और शिक्षकों की कमी का मामला: विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में पहले ही दिन वनभूमि पट्टा, तेंदूपत्ता संग्राहकों को देय बीमा राशि, शिक्षकों की कमी का मुद्दा सदन में गूंजेगा। एक तरफ कांग्रेस विधायकों ने जहां सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है वहीं भाजपा के विधायकों ने पिछले सात महीने की साय सरकार की उपलब्धियों के साथ विपक्ष का सामना करने की तैयारी कर ली है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “कल से विधानसभा का मानसून सत्र प्रारंभ हो रहा है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। उनका यही कहना होता है कि सरकार कुछ भी नहीं कर रही है जबकि पिछले 6-7 महीनों में हमने कई ऐतिहासिक काम किए हैं।