Cement Companies GST Cut : यस सिक्योरिटीज ने अपने ताजा उद्योग अपडेट में कहा है कि (Cement Companies GST Cut) सीमेंट कंपनियां उपभोक्ताओं के लिए निर्धारित जीएसटी कटौती लाभ को अपने पक्ष में करने के लिए रणनीतिक प्रयास कर रही हैं। सीमेंट पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 सितंबर से यह कटौती लागू होने के बाद उपभोक्ता स्तर पर सीमेंट के मूल्य में कमी की उम्मीदें बढ़ गई थीं। हालांकि, चैनल जांच से पता चला है कि पूरे भारत में सीमेंट की औसत कीमत में मासिक और तिमाही आधार पर केवल पांच रुपये प्रति बैग की कमी दर्ज हुई है।
चूंकि दर में कटौती महीने के अंत में लागू हुई, ऐसे में कंपनियों ने भारित औसत मूल्य निर्धारण दृष्टिकोण अपनाया। हालांकि, मूल्य में यह मामूली गिरावट ग्राहकों को सीमित लाभ दिखाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि निर्माताओं ने मानसून के व्यवधान और सुस्त मांग के बीच अपने मार्जिन की सुरक्षा के लिए कर लाभ का बड़ा हिस्सा अपने पास रखा। (Cement Companies GST Cut) का फायदा आम उपभोक्ताओं तक पूरी तरह नहीं पहुंच पाया।
रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटी दरों में कटौती से पहले कंपनियों ने अगस्त के अंतिम सप्ताह से लेकर सितंबर के दूसरे सप्ताह तक कीमतें बढ़ाने का प्रयास किया और कुछ क्षेत्रों में अगस्त के अंतिम सप्ताह में 10-15 रुपये प्रति बैग की बढ़ोतरी लागू करने में भी सफल रहीं। (Cement Companies GST Cut) पर आधारित यह रिपोर्ट बताती है कि कंपनियों की रणनीति उपभोक्ताओं के हितों के विरुद्ध जाती है।
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि मानसून के कारण चालू वित्त वर्ष की मांग कमजोर रही, जिस वजह से कंपनियों ने मूल्य निर्धारण में अतिरिक्त सतर्कता बरती। इस कारण उपभोक्ताओं को राहत की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
उद्योग जगत के जानकारों का कहना है कि आने वाले महीनों में मांग सुधरने के बाद ही उपभोक्ताओं को वास्तविक लाभ मिल पाएगा। (Cement Companies GST Cut) का प्रभाव अब उद्योग और उपभोक्ताओं दोनों पर बहस का मुद्दा बन गया है।
