Korba Sabhapati Election : छत्तीसगढ़ के कोरबा नगर निगम (Minister Lakhanlal Dewangan) के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
इसके साथ ही, मंत्री लखनलाल देवांगन (Minister Lakhanlal Dewangan) को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नूतन सिंह ने पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार हितानंद अग्रवाल के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड़ा और सफलता प्राप्त की थी।
दरअसल, 8 मार्च को हुए निगम सभापति चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार हितानंद अग्रवाल, बागी उम्मीदवार नूतन सिंह ठाकुर और निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल रहमान ने भाग लिया था। इस चुनाव में नूतन सिंह ठाकुर को 33 पार्षदों ने वोट देकर सभापति चुना।
कोरबा में सभापति चुनाव के दौरान मंत्री लखनलाल देवांगन ने मीडिया को एक बयान दिया। उन्होंने बागी नूतन सिंह को बधाई देते हुए कहा कि पार्टी ने हितानंद अग्रवाल को उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन सभी पार्षदों ने मिलकर नूतन सिंह का समर्थन किया। उन्होंने यह भी कहा कि सभी का निर्णय मान्य है और हम उनका सहयोग करेंगे।
बीजेपी ने इस बयान को अनुशासन भंग करने के रूप में देखा है। इसके साथ ही नोटिस में लिखा गया है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के निर्देश पर आपको 48 घंटे के भीतर अपना पक्ष प्रस्तुत करना होगा।
जानिए 8 मार्च को क्या हुआ (Minister Lakhanlal Dewangan)
बीजेपी ने सभापति चुनाव के लिए रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया। पुरंदर मिश्रा के नेतृत्व में एक बंद कमरे में लंबी बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्षदों को मनाने का प्रयास किया गया। हालांकि, यह जानकारी मिली है कि पार्षद नूतन के पक्ष में थे। इसके बावजूद, संगठन ने हितानंद अग्रवाल के नाम पर सहमति जताई और उन्हें सभापति का आधिकारिक प्रत्याशी घोषित किया।
जानिए कैसे हुआ यह घटनाक्रम
इस बैठक में पुरंदर मिश्रा के अलावा श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन (Minister Lakhanlal Dewangan), विकास महतो, शहर जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा और कई अन्य भाजपा के प्रमुख नेता भी उपस्थित थे। इस दौरान नूतन सिंह ठाकुर को भी मनाने की कोशिश की गई।
सूत्रों के अनुसार, हितानंद को आधिकारिक प्रत्याशी बनाए जाने के बीच नूतन वॉशरूम जाने के बहाने बैठक से बाहर निकल गए और सभागार में चले गए। वहां उन्होंने सभापति के लिए अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया। जब चुनाव हुआ, तो बीजेपी के ही पार्षदों ने नूतन सिंह को वोट दिया।