BJP MLA Priyanka Meena : BJP विधायक के देवर पर FIR, अफसर को बंधक बनाकर मांगी थी 50 लाख की रंगदारी

MP NEWS :  मध्य प्रदेश के गुना में कृषि विभाग के उपसंचालक अशोक उपाध्याय को बंधक बनाकर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के हाइप्रोफ़ाइल मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी विधायक प्रियंका मीना (BJP MLA Priyanka Meena) और उनके देवर अनिरुद्ध मीना पर गंभीर आरोप लगे हैं. आरोपों में घिरे अनिरुद्ध मीना पर दो दिन बाद चाचौड़ा थाने में FIR दर्ज क़ी गई है. BJP विधायक और उनके परिवार के इस कृत्य से पार्टी में नाराजगी है.

ज्योतिरादित्य ने कहा यदि उनका खुद का रिश्तेदार भी गलत काम करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सही सही होता है और गलत गलत होता है. सिंधिया ने सख्त लहजे में खाद क़ी कालाबाज़ारी करने वालों को माफिया करार दिया है.

वहीं, दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से सवाल किए हैं. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘X’ पर पूछा, ”क्या मुख्यमंत्री मोहन यादव और मुख्य सचिव मोहदया आप अपने अधिकारियों का संरक्षण करेंगे या ऐसे ही पिटने देंगे? अभी तक DDA गुना उपाध्याय जी की शिकायत पर FIR दर्ज नहीं हुई, गिरफ़्तारी तो छोड़ दीजिए.

 

अभी तक कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता होता तो FIR दर्ज हो जाती और गिरफ्तारी हो जाती. यदि अल्प संख्यक होता तो बुलडेाजर से उसका घर गिरा दिया होता. इतना पक्षपात तो मुख्यमंत्री ना करो.”

पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी बीजेपी विधायक प्रियंका मीना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लक्ष्मण सिंह ने बयान देते हुए कहा कि लाड़ली बहनों के देवर अधिकारियों को किडनैप कर रहे हैं. इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. पैसे लेकर विधानसभा में प्रश्न पूछने के मामले में प्रियंका मीना कि सदस्य्ता निरस्त होनी चाहिए.

कृषि विभाग के उपसंचालक ने पुलिस अधीक्षक (SP) को शिकायती पत्र लिखा था. जिसमें चाचोड़ा से बीजेपी विधायक प्रियंका मीना (BJP MLA Priyanka Meena) और उनके देवर अनिरुद्ध मीना पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. कृषि उपसंचालक अशोक उपाध्याय ने बताया कि उन्हें बंधक बनाकर 50 लाख रुपये की डिमांड की गई थी. हाइप्रोफ़ाइल मामले में पुलिस ने अनिरुद्ध मीना समेत एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ धारा 353, 347, 342, 294, 506, 36 के तहत FIR दर्ज कर ली है.