BJP NEWS : लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) बड़ा फैसला करने जा रही है। जानकारी के मुताबिक, किसी समय भी बीजेपी पांच राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को हटा कर किसी और को मौका दे सकती है। जिसमें दो राज्य ऐसे हैं जिनमें इसी साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं। कहा जा रहा है कि,कर्नाटक में करारी हार के बाद बीजेपी किसी तरह का कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती है। जिसके चलते बड़े बदलाव का फैसला लिया जा सकता है। जिसका शिकार सबसे पहले प्रदेशाध्यक्ष हो सकते हैं।
खबर तो यहां तक हैं कि दिल्ली में (BJP) हाईकमान ने पांच राज्यों में होने वाले नए प्रदेशाध्यक्षों के नाम पर मुहार भी लगा दी है। केवल आधिकारिक एलान करना बाकी है। हाल ही में पीएम मोदी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई थी। जिसमें उन्होंने प्रदेश अध्यक्षों की बदलने की बात कही थी। तब से बीजेपी माथापच्ची करने में लगी थी कि, किस-किस को पांच राज्यों की कमान सौंपी जाए ताकि राज्य में संगठन को मजबूत करने में वो अपनी अहम भूमिका निभाएं। खबरें है कि, मध्यप्रदेश के भी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा का भी पत्ता कटने वाला है। इनके स्थान पर किसी और को मौका दिया जा सकता है। बता दें कि, इस साल के अंत में मध्यप्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिस पर बीजेपी खासी नजर बनाई हुई है।
इन राज्यों में होगा बड़ा बदलाव : भारतीय जनता पार्टी (BJP) संगठन को मजबूत करने के लिए पांच बड़े राज्यों में अध्यक्षों को बदलने जा रही है। जिनमें गुजरात, तेलंगाना, पंजाब, मध्य प्रदेश और कर्नाटक है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हाईकमान नए चेहरों को मौका देना चाहती है जिनका जनाधार जमीनी स्तर पर जबरदस्त हो ताकि पार्टी को आने वाले चुनाव में फायदा पहुंचा सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना में केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने का मौका दे सकती है क्योंकि इस साल के अंत में वहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। और, पार्टी रेड्डी के तजुर्बे का पूरा फायदा उठाना चाहती है। इसके अलावा सुनील जाखड़ को पंजाब, अस्वथ नारायण या शोभा करंदलाजे में से किसी एक को कर्नाटक का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। जबकि मध्य प्रदेश बीजेपी में भी बड़ा उलेटफेर देखने को मिल सकता है। सूत्रों की मानें तो, इस बार करीब-करीब तय है कि वीडी शर्मा को हटा कर किसी मजबूत नेता को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
कर्नाटक में हार के बाद बदलाव : राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, कर्नाटक में मौजूदा बीजेपी (BJP) प्रदेशाध्यक्ष को बदलने की मांग चुनाव से पहले ही होती रही है लेकिन किसी कारण से बीजेपी विधानसभा चुनाव से पहले बदलाव नहीं कर पाई थी। साल 2024 के आम चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने वहां बदलाव करने की मन बना चुकी है क्योंकि कांग्रेस पार्टी सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के नेतृत्व में मजबूत स्थिति में है जिसकी काट बीजेपी खोज रही है। जानकारी है कि प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा दिल्ली बुलाए गए हैं ताकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का चयन हो सके। बीजेपी फिलहाल बिना नेता प्रतिपक्ष के ही विधानसभा में भाग ले रही है। जिसको देखते हुए बीएस येदियुरप्पा को पर्यवेक्षक बनाया गया है ताकि नेता प्रतिपक्ष के नाम पर सहमती बन सके।