संजय चौधरी, Baramkela News : वैसे तो अपेक्स बैंक कृषि कार्य के लिए कर्ज देने के लिए जाना जाता है। यहां नकद राशि के अलावा खाद व बीज दिया जाता है। लेकिन छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लाक में स्थित अपेक्स बैंक (Baramkela Apex Bank) अपने कारनामों को लेकर अलग ही सुर्खियों में है। यहां किसानों के नाम पर बोगस लोन भी निकाले गए हैं, इसकी भनक तक उन्हें नहीं है।
दरअसल, अपेक्स बैंक हर साल समिति को एक राशि लोन के लिए देती है। किसानों को लोन बांटने का काम समिति प्रबंधक और ऑपरेटर करते हैं। नकद और खाद-बीज के रूप में लोन दिया जाता है, लोन वसूलकर बैंक को लौटाना भी होता है। इसी तरह से अपेक्स बैंक और समिति के बीच संतुलन बना रहता है, लेकिन बरमकेला अपेक्स बैंक में कुछ ज्यादा ही गड़बड़ियां सामने आई है। ऋण असंतुलन का आंकड़ा काफी बड़ा होने की बात कही जा रही है। अपेक्स बैंक के अधिकारियों की मनमानी और कार्रवाई न करने के कारण ये गड़बड़ी होने की बात की बात कही जा रही है।
बरमकेला ब्लाक के समितियों और किसानों को वितरण किए गए लोन में लाखों की गड़बड़ी सामने आई है। अपेक्स बैंक और सहकारी समितियों के बीच यह लेनदेन हुआ था। इस लेनदेन में ही अनियमितता उजागर हुई है। इसकी जांच करने के लिए 18 अधिकारियों की टीम बनाई गई थी। जांच में खुलासा होने के बाद बैंक मैनेजर को नोटिस पर नोटिस जारी हो रहा है, लेकिन प्रबंधक द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है।
किसानों को पता ही नहीं उनके नाम पर लोन : बरमकेला (Baramkela Apex Bank) की समितियों में लोन इनबैलेंस भी बहुत ज्यादा है। यहां बोगस लोन के मामले सबसे ज्यादा हैं। अपेक्स बैंक ने ऐसे मामलों में विधिक कार्यवाही नहीं की है। बैंक अपनी ही रकम नहीं वसूल पा रहा है। सरिया, लोधिया, साल्हेओना समेत कई समितियां हैं जहां करोड़ों रुपए बकाया है।
इसकी वसूली लिंकिंग और नकद दोनों तरीकों से की जाती है। पहले समिति किसानों से वसूलती है और फिर बैंक में जमा करती है। बरमकेला के समितियों में किसानों से राशि वसूली तो की गई लेकिन बैंक को जमा नहीं की गई।
दरअसल इन समितियों में बोगस लोन निकाला गया है, जिसकी जानकारी किसानों को भी नहीं है। किसान लोन ही नहीं लेते हैं तो उनको पता भी नहीं चलता। लिंकिंग से लोन वसूली को रोक दिया जाता है जिसके कारण बकाया अब तक बरकरार है।