संजय चौधरी, बरमकेला : किसान क्रेडिट कार्ड योजना (केसीसी) का उद्देश्य किसानों को उनकी कृषि और संबद्ध गतिविधियों के साथ-साथ गैर-कृषि गतिविधियों के लिए बैंकिंग प्रणाली से आवश्यकता आधारित और समय पर ऋण सहायता प्रदान करना है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लाक के अपेक्स बैंक किसानों के केसीसी लोन में ‘अडंगा’ लगा रहा।
दरअसल, अपेक्स बैंक प्रबंधन द्वारा किसानों से आवेदन लेने के बाद केसीसी (KCC) लोन के लिए घुमाया जा रहा है और महीनों तक उनका लोन स्वीकृत नहीं हो रहा है। बार बार ग्रामीण अंचल के किसान से 25 से 30 किमी का सफर तय कर बरमकेला ब्लाक मुख्यालय पहुंचते हैं और बिना काम हुए बैरंग वापस लौट रहे हैं। बैंक प्रबंधन द्वारा कभी उन्हें आवेदन सही नहीं होने की बात कही जाती है तो कभी प्रोसेस में होने की बात कही जाती है।
छत्तीसगढ़ में मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके साथ ही किसान खेती किसानी के काम में जुट गए हैं और जोताई का कार्य कर रहे हैं। कृषि कार्य के लिए केसीसी लोन बहुत मायने रखता है। सरकार द्वारा बहुत ही कम कीमत पर अन्नदाताओं को लोन उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन बरमकेला अपेक्स बैंक में पदस्थ भ्रष्ट व लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों की वजह से किसानों को केंद्र सरकार की योजना का लाभ तक नहीं मिल पा रही है। और वे दर दर भटकने के लिए मजबूर हैं।
किसानों ने बताया कि केसीसी (KCC) लोन देने की प्रक्रिया अप्रैल महीने से शुरू हो जाती है। डोंगरीपाली और लेंध्रा क्षेत्र के कई किसानों द्वारा अप्रैल से ही केसीसी लोन के लिए आवेदन किया है, लेकिन अब तक उन्हें कृषि ऋण नहीं मिला है। ऐसे में अब उन्हें मजबूरन मार्केट से अधिक कीमत पर ब्याज में राशि लेनी पड़ रही है। क्योंकि खेती किसानी के लिए खाद बीज के साथ साथ ट्रैक्टर में जोताई कराने के लिए पैसे की जरुरत पड़ती है।