Ranji Trophy : पूर्व भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane Century) ने मुंबई के लिए कप्तानी पारी खेलते हुए हरियाणा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में शानदार शतक बनाया। उन्होंने यह शतक दूसरी पारी में 160वीं गेंद पर 12 चौकों के साथ पूरा किया।
रहाणे (Ajinkya Rahane Century) के इस शतक ने मुंबई की टीम की मैच में स्थिति को और मजबूत कर दिया, और उनके शतक के बाद हरियाणा पर मुंबई की कुल बढ़त 300 रन से अधिक हो गई।
दूसरी पारी में मुंबई के पहले दो विकेट 50 रन के भीतर ही गिर गए थे, और जब टीम का तीसरा विकेट 100 रन के करीब गिरा, तब रहाणे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। उन्होंने न केवल पारी को संभाला, बल्कि उसे एक नई दिशा भी दी। इस दौरान उन्हें सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे का भी अच्छा सहयोग मिला।
41वीं बार किया कमाल (Ajinkya Rahane Century)
सूर्यकुमार यादव के साथ मिलकर रहाणे ने चौथे विकेट के लिए 129 रन जोड़े, जिससे मुंबई का स्कोर बढ़ा। सूर्यकुमार ने 86 गेंदों पर 70 रन बनाए।
इसके बाद बाएं हाथ के ऑलराउंडर शिवम दुबे के साथ भी रहाणे की शानदार बल्लेबाजी देखने को मिली। इसी साझेदारी के दौरान रहाणे ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपनी एक और सेंचुरी बनाई। यह उनके करियर का 41वां शतक है।
इससे पहले, रहाणे (Ajinkya Rahane Century) ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले की पहली पारी में 31 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 58 गेंदों का सामना करते हुए 5 चौके लगाए।
मुंबई ने अपनी पहली पारी में 315 रन बनाए, जिसमें तनुष कोटियान के 97 रन और शम्स मुलानी के 91 रन का सबसे बड़ा योगदान रहा।
हरियाणा की पहली पारी 301 रन पर समाप्त हुई, जो मुंबई के स्कोर से ज्यादा दूर नहीं थी। अंकिक कुमार ने उनकी ओर से पहली पारी में शतक लगाया। इस तरह, मुंबई को पहली पारी में 14 रन की बढ़त मिली।
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