Festive Sale India : जीएसटी स्लैब के ताजा बदलाव और दरों में कटौती का असर त्योहारी सीजन की बिक्री पर साफ नजर आ रहा है। मार्केट रिसर्च कंपनी रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार नवरात्र के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स (GST Rate Cut), एफएमसीजी और फैशन उत्पादों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 23-25 प्रतिशत तक बढ़ी है। नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर से हुई और उसी दिन से जीएसटी दरों में कटौती का फैसला लागू हुआ।
कार कंपनियों ने भी त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने 22 से 25 सितंबर के बीच 80 हजार इकाइयों की बिक्री की। हुंडई का कहना है कि उनकी बिक्री भी पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी रही है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इस साल छोटे शहरों के खरीदारों की संख्या उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है। इस बदलाव से ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में खपत (GST Rate Cut) को नया आयाम मिला है।
एमेजोन इंडिया के मुताबिक, 22 सितंबर से जीएसटी बचत सेल शुरू होने के बाद केवल दो दिनों में 38 करोड़ लोगों ने उनके प्लेटफॉर्म पर विजिट किया। इनमें से 70 प्रतिशत खरीदार टियर-2 और टियर-3 शहरों से रहे। कपड़े और फुटवियर जिनकी कीमत 2,500 रुपये से कम है, अब सिर्फ पांच प्रतिशत जीएसटी के दायरे में हैं। इससे इनकी बिक्री में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फर्नीचर पर भी अब पांच प्रतिशत जीएसटी है, जिससे इसकी मांग (GST Rate Cut) में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
32 इंच से बड़े टीवी और एसी पर पहले 28 प्रतिशत जीएसटी लगता था, अब यह घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे कीमतों में लगभग आठ प्रतिशत तक की कमी आई है। ग्राहक इसे खरीदारी का शानदार मौका मान रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को दिवाली से पहले जीएसटी दरों में कमी का ऐलान किया था। उसके बाद उपभोक्ताओं ने इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल्स की खरीदारी त्योहारी सीजन तक रोक रखी थी। अब जीएसटी दरों में कटौती (GST Rate Cut) के बाद बाजार में रौनक बढ़ गई है।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन की इस तेजी से सरकार की योजना सफल होती दिख रही है। खपत में बढ़ोतरी से मैन्युफैक्चरिंग और कारोबार में मजबूती आएगी, जिससे रोजगार (GST Rate Cut) के नए अवसर भी पैदा होंगे। ऑनलाइन कंपनियों ने वस्तुओं की आपूर्ति और डिलीवरी कार्यों के लिए देशभर में दो लाख से अधिक युवाओं को अस्थायी रोजगार देने का निर्णय लिया है। गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी रिचलुक के निदेशक शिव गोयल का कहना है कि इस बार त्योहारी सीजन में बिक्री की सारी कमी पूरी हो जाएगी और ग्राहकों के उत्साह को देखते हुए बिक्री में निरंतर तेजी बनी रहेगी।
