FASTag Annual Pass 2025: ₹3000 में 200 Toll Crossings
नई दिल्ली : अब नेशनल हाईवे पर यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा। केंद्र सरकार ने FASTag यूजर्स के लिए एक नया विकल्प पेश किया है – सालाना फास्टैग पास। इसकी कीमत ₹3000 रखी गई है और यह प्राइवेट वाहनों (कार, जीप, वैन) के लिए मान्य होगा। पास धारक एक साल तक या अधिकतम 200 टोल क्रॉसिंग कर सकते हैं।
FASTag Annual Pass 2025 में क्या है खास : इस स्कीम की शुरुआत 15 अगस्त 2025 से की जाएगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी घोषणा की। सरकार का मानना है कि इससे न केवल टोल पर भीड़ कम होगी, बल्कि डिजिटल पेमेंट और समय की बचत भी होगी।
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5 जरूरी सवालों में समझिए ये नया FASTag सिस्टम (FASTag Annual Pass 2025)
- 1. अगर FASTag पहले से है तो ये पास क्यों?
- पहले FASTag से हर बार ट्रांजैक्शन होता था। लेकिन अब एक तय रकम देकर एक साल तक बार-बार टोल देने की झंझट खत्म। जो लोग फ्रीक्वेंट ट्रैवलर हैं, उनके लिए यह किफायती विकल्प है। एक टोल की औसतन लागत ₹15 पड़ेगी।
- 2. कहां से मिलेगा यह पास?
आप ये पास NHAI की वेबसाइट और हाईवे ट्रैवल ऐप से खरीद सकेंगे। जल्द ही सरकार इसकी प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू करने वाली है। - 3. 60 किलोमीटर रूल क्या है?
घरों के पास टोल होने से लोगों को बार-बार भुगतान करना पड़ता था। ये पास फिक्स्ड पेमेंट के साथ इस समस्या का समाधान देगा, खासकर डेली ट्रैवलर्स के लिए। - 4. किन टोल प्लाजा पर मान्य होगा पास?
यह पास सिर्फ नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर ही लागू होगा। स्टेट हाईवे और लोकल टोल पर इसकी वैधता नहीं होगी। - 5. सरकार का उद्देश्य (FASTag Annual Pass 2025) क्या है?
सरकार चाहती है कि टोल प्लाजा पर लाइन कम हो, डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिले और यात्री अनुभव बेहतर हो। साथ ही टोल स्टाफ और यात्रियों के बीच विवादों को भी कम किया जा सकेगा।
FASTag क्या है?
यह एक RFID आधारित टैग है, जो वाहन की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है। इसके जरिए टोल शुल्क बिना रुके डिजिटल माध्यम से कटता है, जिससे समय और ईंधन की बचत होती है।