Priyanka Gandhi CG Korba Rally : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) आज छत्तीसगढ़ की दौरे पर हैं। वे विभिन्न जगहों पर चुनावी सभा को संबोधित कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने पहली सभा कोरबा लोकसभा के चिरमिरी में संबोधित किया। इस दौरान प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसीं। उन्होंने मोदी की ईमानदारी पर भी सवाल खड़े किए। पूरी सभा में प्रियंका के निशाने पर मोदी ही रहे।
प्रियंका गांधी ने कोरबा लोकसभा के चिरमिरी में जनसभा में कोविड वैक्सीन ‘कोवीशील्ड’ को लेकर आई रिपोर्ट का भी जिक्र किया। कहा कि, टीका लगवाकर कुछ लोग मर गए, कुछ बीमार हो गए। पहले सर्टिफिकेट मिलता था, तो उसमें मोदी जी की फोटो होती थी, लेकिन अब लगवाओगे तो नहीं मिलेगी।
प्रियंका यही नहीं रूकी, उन्होंने कहा कि मोदी जी खुद को बड़ा ईमानदार बताते हैं, लेकिन इस देश में भ्रष्टाचार की सबसे बड़ी स्कीम लेकर आए। यह स्कीम थी, जो चंदा देगा, उसका नाम गुप्त रहेगा। इसके तहत अपने बड़े-बड़े मित्रों से चंदा लिया। पहले उनके ऊपर छापा मारा, फिर चंदा लेकर जांच बंद कर दी। उन्होंने गुजरात में पुल गिरने की घटना का उदाहरण भी दिया।
हसदेव जंगल में आग लगा दी
प्रियंका (Priyanka Gandhi) ने कहा कि, यहां आपका आंदोलन स्थल था, हसदेव जंगल स्थल था, क्या किया गया, आग लगाई गई। हमारा देश आंदोलन का था, आजादी का था, क्योंकि उसमें हिंसा नहीं थी।
- हमारे देश का आधार ही आंदोलन था। आज क्या हो रहा है?
- आपका पर्यावरण बर्बाद किया जा रहा है, आपके जंगल काटे जा रहे हैं। उद्योपतियों को दिया जा रहा है।
- हमने जो न्यायपत्र में आपके लिए लिखा है, उसे ध्यान से सुनना चाहिए।
- आपकी जांच से इलाज तक जो सुविधाएं हैं, आपके मिलेगी, 25 लाख तक
- मोदी जी मनरेगा को बंद करने जा रहे थे, लेकिन फिर लगा कि नुकसान होगा, तो चलने दिया, लेकिन धीमा कर दिया। हम ऐसे ही शहरों में 100 दिन के रोजगार की गारंटी देंगे।
- वन अधिनियम कानून लागू करेंगे, ये एक स्पेशल कानून होगा। पेशा कानून बनेगा, आदिवासियों की आबादी ज्यादा है, उसे अनुसूचित क्षेत्र घोषित किया जाएगा। एमएसपी मिलेगी।
मैं जब यहां आ रही थी तो मैंने देखा कि आपकी धरती बहुत सुंदर है।
मेरी दादी इंदिरा गांधी जी कहती थीं कि हमारे आदिवासी भाई-बहनों ने हमेशा प्रकृति का आदर किया है। उनका जल-जंगल-जमीन से बेहद मजबूत जुड़ाव होता है।
इस धरती से कई ऐसे महापुरुष आए, जिन्होंने देश के अलग-अलग क्षेत्रों में… pic.twitter.com/1SanWUHZt5
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) May 2, 2024
धर्म के नाम पर वोट मांग रहे, काम के लिए नहीं
प्रियंका (Priyanka Gandhi) ने कहा कि, हमने घोषणापत्र का नाम न्यायपत्र का नाम दिया। न्याय पत्र इस लिए कि आपके साथ अन्याय हुआ। मोदी जी की सरकार में गरीबों के साथ अन्याय हुआ, खरबपतियों और उद्योगपतियों के साथ नहीं हुआ।
- बघेल जी एक बार यूपी में आए, जब मैं वहां काम कर रही थी।
- मैंने उनसे कहा कि आप लोगों से मिल लीजिए। उस मीटिंग के बाद मुझसे बोले कि यहां के व्यापारी मुझसे सवाल पूछने के लिए हिचक रहे थे।
- मैं जब उन्हें सवालों का जवाब देता हूं, जब उनको बताता हूं कि क्या-क्या करना चाहता हूं, तो उन्होंने कहा कि हमारी हिम्मत नहीं है कि हम अपने मुख्यमंत्री से सवाल कर सकें।
- उत्तर प्रदेश में धर्म की चर्चा हो रही है, जाति की बात हो रही है, काम की बात नहीं हो रही है। इससे वोट बंट जाएगा।
- जो पहले जवाबदेही होती थी, इंदिरा जी, राजीव जी अपने संसदीय क्षेत्र में जाते थे, तो लोग डांट देते थे। कहते थे बैठो चाय पिओ, लेकिन वोट तभी मिलेगा जब सड़क बनेगी। प्रधानमंत्री को भी डांट देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
- नेता को अब इसकी परवाह नहीं है, उसे पता है कि वोट तो उसे मिलना है, उसे बस धर्म का नाम लेना है। इसका पता जागरूकता से ही चलेगा। जागरूकता तभी आएगी जब आप संविधान को समझेंगे।
आपके 'छत्तीसगढ़िया सम्मान' का देशभर में मान है।
पहली बार ऐसा हुआ, जब भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़िया स्वाभिवान की बात देश के अलग-अलग हिस्सों में रखी।
लेकिन जब छत्तीसगढ़ में बहुत तेजी से काम होने लगे और प्रदेश का विकास होने लगा, तो ये बात BJP को पसंद नहीं आई, क्योंकि उनकी राजनीति… pic.twitter.com/zfgrBClsuI
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