Opposition Alliance India News : लोकसभा चुनाव को देखते हुए विपक्षी गठबंधन (INDIA) चुनावी विसात बिछाने में जुट गया है। दो दौर की बैठक के बाद विपक्षी एकता की तीसरी महाबैठक मुंबई में हो सकती है। जिसकी तारीख 25 और 26 अगस्त हो सकती है। कहा जा रहा है कि, इस बैठक की अगुवाई उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी, प्रदेश कांग्रेस के साथ मिलकर करने वाली है।
यह पहली बैठक होगी जब गैर गठबंधन (INDIA) वाली सरकार में होने जा रही है। इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में 23 जुन को सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बैठक हुई थी। जबकि दूसरी बार कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित की गई थी। तीसरे दौर की बैठक को पिछले दोनों मीटिंग से अलग बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में 26 दलों वाली गठबंधन (इंडिया) के प्रमुख ही शामिल होने वाले हैं।
25 और 26 अगस्त को को होने वाली मीटिंग (INDIA) में कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आप, जदयू, राजद, शिवसेना (उद्धव गुट ), एनसीपी (शरद पवार गुट), झारखंड मुक्ति मोर्चा, समाजवादी पार्टी और सीपीआई (एम) के एक-एक सदस्य शामिल होंगे। जबकि छोटे दलों को इस बैठक से दूर रखा जाएगा। मीटिंग के दौरान चुनाव से जुड़े हर पहलु पर चर्चा के साथ उसे संगठन में उतारने का भी प्लान तैयार होगा ताकि विपक्ष समय रहते ही हर तरह के मोर्चे पर तैयार हो सके।
- लोकसभा चुनाव के लिए समितियों की संरचना करना।
- चुनावों से पहले संयुक्त विरोध प्रदर्शनों और रैलियों के समन्वय का पैनल तैयार करना।
- पार्टियों के बीच बेहतर समन्वय के लिए एक संयुक्त दफ्तर की भी घोषणा करना।
- एक टिकट एक उम्मीदवार, भाजपा के खिलाफ
अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में गठबंधन इंडिया के संयोजक को लेकर बात बन सकती है। साथ ही सबसे बड़ा मुद्दा आपसी लड़ाई का रहने वाला है। विपक्षी एकता का साथ में रहना काफी मुश्किलों भरा है क्योंकि जिन पार्टियों में गठबंधन हुआ है वो देश के कई राज्यों में सीधे तौर पर एक-दूसरे को टक्कर देती रही है और आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे हैं। जिन राज्यों में ये पार्टियां आपस में भिड़ती रही हैं उनमें केरल, पश्चिम बंगाल, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश जैसे अहम राज्य हैं। केरल में कांग्रेस और लेफ्ट, बंगाल में टीएमसी, कांग्रेस और लेफ्ट, पंजाब और दिल्ली में कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी एक दूसरे का प्रतिद्वंदी रही हैं।, इंडिया गठबंधन को पता है कि अगर बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना है तो सबसे पहले गठबंधन में समन्वय बनाना होगा नहीं तो सारी महत्वाकांक्षा धरी की धरी रह जाएगी।