रेत का अवैध कारोबार चला रही प्रदेश की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार…..

रायपुर। छत्तीसगढ़ की नदियों और नालों पर रेत माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। सरकारी संरक्षण में दिन के उजालों से लेकर रात के अंधेरों में रेत माफिया सक्रिय होकर खुलेआम अवैध उत्खनन कर रहे। सरकारी तंत्र के नाक के नीचे हो रहे अवैध काम पर सभी आंखे मूंद बैठे हैं। भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा का आरोप है कि यह सरकार अवैध खनन रोकने में पूरी तरह से नाकाम है, यहां खनन रोकने वालों की सांस रोक दी जाती है, यह सरकार ऑफ द माफिया, फॉर द माफिया एवं बाय द माफिया है।

छत्तीसगढ़ भाजपा ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र में वैसे तो ऑफ द पीपल, बाय द पीपल, फॉर द पीपल की सरकार होती है, लेकिन छत्तीसगढ़ में तो ऑफ द माफिया, फॉर द माफिया एवं बाय द माफिया की सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संरक्षण में अवैध खनन चल रहा है। यह सरकार पूरी तरह माफिया पोषित सरकार है। जिसकी संरक्षण में न सिर्फ आम आदमी की पहुंच से रेत दूर हो गई है, बल्कि नदी-नालों के अस्तित्व पर खतरे में है।

भाजपा नेता ने गरियाबंद जिले के राजीम में माइनिंग टीम पर हमला और डंपर से कुचलने, सारंगढ़ के टिमरलगा में रायगढ़ के तात्कालीन सहायक कलेक्टर को कुचलने का प्रयास करने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि खनन माफिया सरकार के नियंत्रण से बाहर है। भाजपा ने 3 महीने पहले बिलासपुर जिले के सेंदरी में अवैध रेत उत्खनन के चलते हुए गहरे गड्ढे में डूबकर 3 लड़कियों की मौत के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि मासूमों की जान की कीमत पर रेत का अवैध कारोबार प्रदेश की सरकार चला रही है। भाजपा ने आरोप लगाया कि सीएम की शह पर ही यह अवैध धंधा फल फूल रहा है। सत्ता पक्ष से जुड़े लोग ही इस अवैध उत्खनन के सरगना हैं, जिन्हें मासूमों की जान जाने से भी कोई गुरेज नहीं।

 

 

यहां से निकलने वाले रेत को माफियाओं द्वारा ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है. ऐसा नहीं हो सकता कि इतनी बड़ी तस्करी की खबर सरकारी तंत्र को ना हो. बिना सरकारी संरक्षण के यह कारोबार चलाना मुमकिन नहीं है. मुख्य मार्ग से बिना जांच के फर्राटे भरने वाले वाहनों पर कार्रवाई नहीं होने से प्रशासन और पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं. अब देखना होगा कि इस अवैध तस्करों को रोकने के लिए प्रशासन क्या कार्रवाई करती है.