लबरा भूपेश सरकार ने कौशल विकास के नाम पर भी युवाओं से की ठगी….
… भूपेश सरकार की कौशल विकास का प्रशिक्षण युवाओं के लिए छलावा साबित हो रहा है। ….. रोजगार की तलाश में युवा पीढ़ी दर-बदर भटक रही है। एक छोटी कंपनी व कार्यालय में नौकरी की सूचना मिलते ही युवा उत्साहित तो होते हैं, लेकिन आवेदन के अनुरूप 1 फीसदी को ही लाभ मिल पाता है। स्वरोजगार से जोड़ने की स्थिति भी प्रदेश में बहुत ही दयनीय है।

…… 2018 विधानसभा चुनाव में 10 लाख युवाओं को हर महीने 25 सौ रुपए बेरोजगारी भत्ता देने या रोजगार देने का वायदा करने वाली छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने साढ़े 4 साल तक प्रदेश के युवा बेरोजगारों के साथ छलावा किया और जब 2023 विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आई तो तीन महीने के लिए बेरोजगारी भत्ते दे रही है। ….ने कहा कि इसमें भी तमाम मुश्किल शर्ते लागू की गई है जो सरकार के राजनीतिक पाखण्ड का यह ताजा प्रमाण है।

……युवाओं को बेरोजगारी भत्ते में भूपेश सरकार ने ठगा तो ठगा नौकरी देने में भी पीछे रही। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर हर साल 84 करोड़ रुपये फूंक रही है। इसके बाद भी पिछले साढ़े 4 साल में 1 लाख युवाओं को भी प्रशिक्षित नहीं कर पाया।

…..ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार 2018 में सत्ता में आने के बाद 2018-19 में 77 हजार 21 युवाओं को प्रशिक्षित किया। 2019-20 में मात्र 14 हजार 110 और 2021-22 में तो स्थिति इतनी खराब है कि 1 फीसदी युवाओं को प्रशिक्षण नहीं दिया।

…..कहा कि जबकि हमारी सरकार ने  2013 से लेकर 2018 तक 5 सालों में 3 लाख 75 हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार और स्वरोजगार मुहैया कराया। भाजपा नेता …. ने कांग्रेस सरकार बेरोजगारों की संख्या में कमी आने और पिछले चार वर्ष में सरकारी और निजी क्षेत्र में करीब पांच लाख लोगों को रोजगार देने का दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार पिछले साढ़े 4 सालों में 14 हजार नियमित शिक्षकों, पुलिस विभाग में साढ़े 9 सौ एसआई, प्लाटून कमांडर और वन विभाग में 4 हजार पदों को नहीं भर पायी है। फिर कब और कहां प्रदेश के पांच लाख युवाओं को रोजगार दिया।

भाजपा नेता…. ने भूपेश सरकार के रोजगार मेला के आंकड़े भी पेश करते हुए बताया कि 2018 में 421 कैंप लगाए गए जिसमें 8284 युवाओं ने नौकरी पाई। 2019 में 391 कैंप लगे थे, जिसमें 6055 नौकरियां दी। 2020 में 187 कैंप ही हुए जिसमें 2952 को नौकरी मिली। 2021 में कैंप और घटकर 175 ही रह गए और इनसे केवल 2236 युवाओं को ही नौकरी मिल पाई। दिसंबर 2022 में 50 हजार नौकरियां देने कैंप लगाया गया,  8 हजार युवाओं को भी नौकरी नसीब नहीं हुई तो फिर प्रदेश के कौन से पांच लाख युवाओं को कांग्रेस सरकार ने नौकरी दी।