रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय की टीम लगातार सक्रिय है। धमतरी जिले के खनिज विभाग के बाद टीम बलराम पुर जिले के खनिज विभाग में दस्तावेज खंगाले, लगभग 6 घंटे तक पूछताछ के बाद सोमवार देर रात सहायक खनिज अधिकारी को हिरासत में लिया है। जिसके बाद मंगलवार को सहायक खनिज अधिकारी अवधेश बारीक को रायपुर कोर्ट में पेश किया गया। वहीं इस कार्रवाई के बाद रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू पर ईडी की टीम शिकंजा कस सकती है। दरअसल, अवधेश बारीक बलरामपुर से पहले रायगढ़ में सहायक खनिज अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। कुछ माह पूर्व ही रायगढ़ से बलरामपुर स्थान्तरण हुआ है। जानकारी के अनुसार खनिज विभाग में मनी लांड्रिंग और कोयले के डीओ जारी करने के नाम पर उगाही मामले में की गई है। इससे पहले अफ सर बारीक से लगभग 6 घण्टे पूछताछ की गई। माना जा रहा है कि अवधेश बारीक के पास से टीम को कई सबूत भी लगे है।
बन्द कमरे में हुई थी 9 घंटे तक पूछताछ : प्रवर्तन निदेशालय के 3 सदस्य की टीम सोमवार करीब 11:30 बजे बलरामपुर कलेक्ट्रेट कंपोजिट बिल्डिंग स्थित खनिज शाखा पहुंची थी। वहीं बंद कमरे में सहायक खनिज अधिकारी अवधेश बारीक से पूछताछ की, यहां छानबीन रात 11:00 बजे तक चलती रही। इस दौरान दरवाजा बंद कर दिया गया था किसी भी बाहरी व्यक्ति को कार्यालय में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
रायगढ़ कलेक्टर के मायके में ईडी ने मारी थी रेड : ईडी के अधिकारियों ने कलेक्टर रानू साहू के कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर दस्तावेज जप्त किये थे। वहीं 18 अक्टूबर को टिम ने रानू साहू के मायके गरियाबंद के पांडुका में छानबीन की। इसके अलावा चिप्स के दफ्तर में भी दबिश दी थी। वहीं अब खनिज अधिकारी के पास मिले सबूतों और संबंधित अधिकारियों पर सख्ती से रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।