अहमदाबाद। गुजरात के मोरबी में रविवार शाम बड़ा हादसा हो गया. यहां मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. हादसे में करीब 32 लोगों की मौत की बात सामने आ रही है. 70 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लोगों को नदी से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. ब्रिज रिनोवेशन के बाद हाल ही में चालू किया गया था. मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक हादसे के समय पुल पर बड़ी तादाद में भीड़ मौजूद थी. रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय लोग भी पुलिस और प्रशासन की मदद कर रहे हैं. NDRF की 2 टीम मोरबी के लिए रवाना हो गई हैं. कई लोगों के डूबने की आशंका जताई जा रही है. 100 लोगों की कैपेसिटी वाले ब्रिज पर : यह पुल नगर निगम के स्वामित्व में है। ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों के वजन सहन करने का है। लेकिन, रविवार की छुट्टी होने के चलते हादसे के वक्त ब्रिज पर 400 से 500 लोग जमा थे। इस तरह अगर हम एक व्यक्ति के औसतन वजन 60 किलो भी मान लें तो पुल पर 30 टन से ज्यादा का लोड था। इसी के चलते ब्रिज बीच में से टूट गया।140 साल से भी ज्यादा पुराना है ब्रिज : मोरबी का यह सस्पेंशन ब्रिज 140 साल से भी ज्यादा पुराना है और इसकी लंबाई करीब 765 फीट है। यह सस्पेंशन ब्रिज गुजरात के मोरबी ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक धरोहर है। इस ब्रिज का उद्घाटन 20 फरवरी 1879 को मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था। यह उस समय लगभग 3.5 लाख की लागत से 1880 में बनकर तैयार हुआ था। उस समय इस पुल को बनाने का पूरा सामान इंग्लैंड से ही मंगाया गया था। इसके बाद इस पुल का कई बार रेनोवेशन किया जा चुका है। हाल ही में दिवाली से पहले इसके मरम्मत का काम 2 करोड़ की लागत से किया गया था।PM मोदी ने की CM पटेल से बात की : हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने CM भूपेंद्र पटेल से घटना की जानकारी ली और मृतकों के आश्रितों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता देने का ऐलान किया है। CM पटेल ने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है। तत्काल उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मैं जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं।