प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना में लापरवाही, दो पंचायत सचिव को जिला पंचायत CEO ने किया निलंबित

बैकुंठपुर। शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले दो ग्राम पंचायत सचिवों को जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। निलंबन के संबंध में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला पंचायत सीइओ नम्रता जैन ने बताया कि कलेक्टर कोरिया विनय लंगेह के द्वारा गोधन न्याय योजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए प्रत्येक गौठानों में अलग-अलग नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं ताकि योजना के पात्र हितग्राहियों को इसका सतत लाभ मिलता रहे। इसके साथ ही कलेक्टर कोरिया के निर्देष पर विभिन्न गौठानों की औचक जांच भी विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से लगातार कराई जा रही है। गत दिवस जनपद पंचायत खडग़वा के कुछ गोठानों के औचक निरीक्षण में यह पाया गया कि ग्राम पंचायत इंदरपुर में किसानों से लिए गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाए जाने में भारी लापरवाही बरती गई। यहां पदस्थ पूर्व व वर्तमान पंचायत सचिव द्वारा ध्यान ना दिए जाने से योजना की प्रगति काफी धीमी हुई और पात्रतानुसार योजना का लाभ महिला समूहों और हितग्राहियों को नहीं मिल सका। पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत इंदरपुर के पूर्व सचिव तथा वर्तमान में ग्राम पंचायत बचरा में पदस्थ श्री नारायण सिंह सिदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही वर्तमान में ग्राम पंचायत इंदरपुर में पदस्थ ग्राम पंचायत सचिव श्रीमती संतोषी सिंह को भी कार्य दायित्वों के प्रति लापरवाही पाए जाने पर जनपद पंचायत सीइओ की अनुशंसा पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। कार्यालय जिला पंचायत द्वारा जारी आदेश के अनुसार ग्राम पंचायत इंदरपुर में सचिव का प्रभार विकास जायसवाल को तथा ग्राम पंचायत बचरा में प्रदीप जायसवाल को प्रभार दिया गया है।

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