रायपुर। एएम-एनएस इंडिया द्वारा ऊर्जा और लॉजिस्टिक सप्लाई चेन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिसमें हाजिरा के कैप्टिव पोर्ट, पावर प्लांट और ट्रांसमिशन लाइन शामिल हैं। यह अधिग्रहण कंपनी के लांग टर्म स्टील उत्पादन क्षमता विस्तार करने की योजनाओं के मददेनजर किया जा रहा है। आर्सेलर मित्तल एवं निप्पॉन स्टील विश्व के दो लीडिंग स्टील उत्पादकों के जाइन्ट वेंचर जिसका नाम एएम व एनएस इंडिया है के द्वारा एस्सार समूह के भारत में स्थापित इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे बंदरगाह, बिजली सयंत्र और लॉजिस्टिक चेन सप्लाई का अधिग्रहण किया गया है। इस अधिग्रहण की अनुमानित मूल्य करीब 2.4 बिलियन डॉलर है जिसकी पूरी रकम चुकायी जाएगी। अधिग्रहण में कैप्टिव परिसंपत्तियाँ जैसे गुजरात, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बन्दरगाह इत्यादि शामिल हैं के साथ इंडिया के स्टील उत्पादन से सम्बद्ध एसेट शामिल हैं। सौदे के तहत पूर्वी, दक्षिणी और पश्चिमी भारत में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण गुजरात, विशाखापत्तनम और पारादीप में स्थित बन्दरगाह में का पूर्ण स्वामित्व एएम-एनएस इंडिया के पास होगा, जिसके तहत इन बन्दरगाहों में विनिर्माण की सुविधाओं के साथ-साथ कच्चे माल और तैयार माल की आवाजाही के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी और सप्लाई चेन की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा। गुजरात के हजीरा में बिजली और ट्रांसमिशन सम्पत्तियों के अधिग्रहण से लागत प्रभावी और दीर्घकालिक बिजली आपूर्ति एवं ऊर्जा दक्षता को सुनिश्चित किया जाएगा।
अधिग्रहित की जा रही संपत्तियों में शामिल हैं
बन्दरगाह
० एएम/एनएस इंडिया के प्रमुख इस्पात संयंत्र के निकट 25 एमटीपीए जेट्टी ऑल वेदर, गुजरात के हजीरा में डीप ड्राफ्ट बल्क पोर्ट टर्मिनल।
० विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में एक 16 एमटीपीए ऑल वेदर, डीप ड्राफ्ट टर्मिनल के साथ पोर्ट सिटी में एएम/एनएस इंडिया के 8 एमटीपीए लौह अयस्क पैलेट प्लांट से जुड़ा एकीकृत कन्वेयर।
० पारादीप, ओडिशा में एक 12 एमटीपीए गहरे पानी के जेट्टी के साथ एक कन्वेयर जो एएम/एनएस इंडिया के पारादीप पैलेट प्लांट से 100 प्रतिशत पेलेट शिपमेंट को संभालता है।
बिजली संयंत्र
० हजीरा में 270 मेगावाट का बहु. ईंधन बिजली संयंत्र जिसका एएम-एनएस इंडिया के साथ दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौता है।
० 515 मेगावाट गैस आधारित बिजली संयंत्रए जिससे संबद्ध भूमि का उपयोग हजीरा में एएमध्एनएस इंडिया की विस्तार योजनाओं के लिए किया जा सकता है।
ट्रांसमिशन लाइन
० एएम-एनएस इंडिया के इस्पात निर्माण परिसर को केंद्रीय बिजली ग्रिड से जोडऩे वाली 100 किलोमीटर की गांधार हजीरा ट्रांसमिशन लाइन।